आपने सोने के बारे में तो खूब सुना होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया में सबसे ज्यादा चांदी किस देश में है? चांदी की कीमत भले ही सोने से कम हो, लेकिन इसकी मांग और उपयोगिता किसी भी तरह से कम नहीं है। आज हम आपको बताएंगे कि दुनिया में सबसे ज्यादा चांदी का उत्पादन कौन से देश करते हैं और इसमें भारत का क्या स्थान है।
चांदी इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?
चांदी सिर्फ आभूषण और सजावट तक ही सीमित नहीं है। इस धातु का इस्तेमाल इलेक्ट्रॉनिक्स, मेडिकल उपकरण, बैटरी, सोलर पैनल और औद्योगिक मशीनरी में भी खूब होता है। इसकी खासियत यह है कि इसे बिजली का सबसे अच्छा कंडक्टर माना जाता है, इसलिए तकनीकी उपकरणों में इसकी मांग लगातार बढ़ रही है।
दुनिया का सबसे बड़ा चांदी उत्पादक देश
अगर बात करें कि सबसे ज्यादा चांदी किस देश में है, तो इसका सीधा जवाब है- मेक्सिको। वर्ल्ड सिल्वर सर्वे के आंकड़ों के मुताबिक, दुनिया में हर साल जितनी चांदी निकाली जाती है, उसमें से 20% से ज्यादा अकेले मेक्सिको से आती है। मेक्सिको में फ्रेस्निलो, सॉसिटो और सैन जूलियन जैसी खदानें दुनिया की सबसे बड़ी चांदी की खदानों में गिनी जाती हैं। रिपोर्ट के अनुसार, मेक्सिको ने 2023 में लगभग 6,200 टन चांदी का उत्पादन किया।
अन्य प्रमुख चांदी उत्पादक देश
मेक्सिको के बाद चीन, पेरू, चिली, रूस, ऑस्ट्रेलिया और पोलैंड भी प्रमुख चांदी उत्पादक देश हैं। चीन दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा चांदी उत्पादक है और तकनीकी उपकरणों के निर्माण में इसका एक प्रमुख उपभोक्ता भी है। पेरू को दक्षिण अमेरिका में एक प्रमुख चांदी उत्पादक देश माना जाता है और इसकी पुरानी खदानें आज भी सक्रिय हैं।
भारत में चांदी की स्थिति
भारत में चांदी की मांग बहुत अधिक है लेकिन उत्पादन के मामले में हम अन्य देशों से पीछे हैं। राजस्थान और झारखंड में चांदी के कुछ भंडार हैं लेकिन देश की अधिकांश जरूरतें आयात से पूरी होती हैं। धार्मिक आयोजनों, शादियों और निवेश के कारण भारत में चांदी की खपत लगातार बनी हुई है।
निष्कर्ष
कुल मिलाकर, भले ही निवेश और आभूषणों के लिए सोना सबसे अधिक पसंद किया जाता है, लेकिन चांदी वैश्विक अर्थव्यवस्था में भी अपनी मजबूत स्थिति बनाए हुए है। औद्योगिक क्षेत्र हो या तकनीकी उपकरण, चांदी के बिना कई चीजें अधूरी हैं। आने वाले समय में इसकी चमक और भी बढ़ने की उम्मीद है।
